Bavishi Fertility Institute

हमारा इतिहास

बावीशी फर्टिलिटी इंस्टीट्यूट एक ऐसा परिवार है, जिसके सदस्य एकता और निरंतरता के सूत्र से जुड़े हुए हैं। बाविशी फर्टिलिटी इंस्टीट्यूट एक ऐसी जगह है, जहां निःसंतानता के बेहतरीन इलाज़ पर लोग भरोसा करते हैं। भारत के कई प्रमुख शहरों में स्थित, बी.एफ.आई. के पास विश्व स्तरीय प्रजनन देखभाल के लिए सभी उपकरण और विशेषज्ञता उपलब्ध है।

साधारण शुरुआत से लेकर भारत में सर्वश्रेष्ठता तक का सफर

1986 से लेकर आज तक, कुछ ऐसी ऐतिहासिक उपलब्धियां हैं, जिन्हें हमने पिछले कुछ वर्षों में हासिल किया है।

वर्तमान में

बीएफआई ने माता-पिता के सपनों को पूरा करने के लिए आए हजारों बच्चों के जीवन को संभव बनाने और दुनिया में लाने में योगदान दिया है।

हमारे केंद्र दुनिया में सबसे अच्छे परिणामों में से एक के साथ प्रति वर्ष 3000 से अधिक आईवीएफ साइकिल का संचालन करते हैं।

हमारा ध्येय न केवल तकनीकी रूप से बल्कि मानवीय रूप से भी सदैव सेवा की गुणवत्ता और हमारे इच्छुक भाई- बहनो को बिना शर्त सहायता में उत्कृष्टता को बनाए रखना रहा है।

2020

भुज में बावीशी फर्टिलिटी इंस्टीट्यूट स्थापित किया गया। 

टाइम्स ऑफ इंडिया के फर्टिलिटी क्लीनिक के एक राष्ट्रीय सर्वेक्षण में पूरे भारत में पहला स्थान प्राप्त किया। 

टाइम्स ऑफ इंडिया के फर्टिलिटी क्लीनिक्स के एक राष्ट्रीय सर्वेक्षण 2016,2017,2018,2019,2020 में लगातार पांचवीं बार “पश्चिमी भारत में पहली रैंक” प्राप्त की।

2019

वड़ोदरा में बावीशी फर्टिलिटी इंस्टीट्यूट स्थापित किया गया।

इकनॉमिक टाइम्स द्वारा “भारत में सर्वश्रेष्ठ आईवीएफ क्लिनिक चेन” के रूप में सम्मानित किया गया

2018

सूरत में बावीशी फर्टिलिटी इंस्टीट्यूट स्थापित किया गया।

बीएफआई ने कलर्स गुजराती चैनल पर एक टीवी सीरीज़ ” देव ना दिधेला मैंगी ने लिधेला ” का निर्माण और प्रसारण किया। यह सीरियल 26 जोड़ों के जीवन के संघर्ष और सफलता के बारे में बताता है।

मिड डे ग्रुप द्वारा “भारत में सर्वश्रेष्ठ आईवीएफ क्लिनिक चेन” के रूप में सम्मानित किया गया

2017

माय एफ.एम.  द्वारा “एक्सीलेंस इन आईवीएफ” से सम्मानित किया गया।

यूरोपीय चिकित्सा संघ द्वारा “रोज ऑफ पैरासेलसस” पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

हिंदी अंग्रेजी और गुजराती में एक संपूर्ण गर्भावस्था गाइड के रूप में पुस्तक “ योर मिरेकल इन मेकिंग” प्रकाशित  की गई।

2016

कोलकाता में बावीशी प्रतीक्षा फर्टिलिटी इंस्टीट्यूट स्थापित किया गया।

2015

बावीशी फर्टिलिटी इंस्टीट्यूट को आईवीएफ इंडिया – इंडिया टुडे ग्रुप द्वारा ‘पावर ब्रांड’ से सम्मानित किया गया।

2014

हमारे संस्थापक डॉ. हिमांशु बावीशी को इंस्टार इंडियन सोसाइटी फॉर द थर्ड-पार्टी असिस्टेड रिप्रोडक्शन के संस्थापक अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था।

2013

“जन जागृति अभियान” और “परिवार मिलन” जैसे व्यापक जन जागरूकता कार्यक्रम शुरू किए गए। हजारों जोड़ों को उनके घर पर परामर्श के माध्यम से सहायता की गई।

2012

निःसंतानता के सामाजिक और भावनात्मक पहलुओं और इसके समाधान पर चर्चा करने वाली एक पुस्तक “विघ्न दौड” प्रकाशित की।

2011

बीएफआई की सीएसआर (कॉर्पोरेट सोशल रेस्पॉन्सबिलटी) गतिविधि के रूप में निःसंतान दंपतियों के लिए “दिव्य संतान संस्थान” की स्थापना की। एक निःसंतान रोगी सहायता समूह, “दिव्य संतान परिवार” भी स्थापित किया गया।

111 टेस्ट ट्यूब शिशुओं के माता-पिता के जीवन की सत्य-घटनाओं को दर्शाती एक पुस्तक “देव ना दिधेला मैंगी ने लिधेला ” का हिंदी और गुजराती में प्रकाशन किया।

2010

मुंबई में स्थापित बावीशी फर्टिलिटी इंस्टीट्यूट स्थापित किया गया है ।

2009

बीएफआई ने विट्रिफाइड फ्रोजन अंडाणु के माध्यम से भारत में पहला जीवित जन्म करवाकर एक ऐतिहासिक सफलता हासिल की।

बीएफआई ने भारत के सबसे बड़े मेट्रो शहरों में अपना विस्तार शुरू कर दिया है।

दिल्ली में बावीशी भगत फर्टिलिटी इंस्टीट्यूट स्थापित किया गया है।

2007

विश्वसनीय वीर्य दान संबंधी सेवाओं के लिए “संतान सीमन (वीर्य) बैंक” शुरु किया गया था, जिसका नाम अब “संतान एआरटी बैंक” है। अब यह आईसीएमआर दिशानिर्देशों का पालन करने वाला गुजरात और भारत का पहला एआरटी बैंक है।

2006

“एंडोस्कोपी एक्सीलेंस इंस्टीट्यूट” को बावीशी फर्टिलिटी इंस्टीट्यूट में शामिल कर लिया गया था।

2005

बावीशी आईवीएफ फर्टिलिटी एंडोस्कोपी क्लिनिक नए सेंटर “बावीशी फर्टिलिटी इंस्टीट्यूट” के रूप में परिवर्तित हो गया और भारत के सबसे बड़े, सबसे प्रमुख और सबसे उन्नत फर्टिलिटी इंस्टीट्यूट्स में से एक बन गया।

2004

आम जनता में आईवीएफ से जुड़े मिथकों और नकारात्मक पूर्वाग्रह को दूर करने के लिए जागरूकता लाने हेतु अपनी तरह के पहले टेस्ट-ट्यूब बेबी मीट” का आयोजन किया गया था। उस समय आईवीएफ एक नई तकनीक थी।

2002

बीएफआई में प्री इम्प्लांटेशन जेनेटिक स्क्रीनिंग एंड डायग्नोसिस (पीजीएस – पीजीडी) फैसिलिटी को शामिल किया गया था, और इस तरह बीएफआई गुजरात राज्य में पीजीडी सुविधा प्रदान करने वाला पहला और एकमात्र सेंटर बन गया।

1998

हमारे पहले आईवीएफ सेंटर के लिए डायमंड इंस्टीट्यूट फॉर इनफर्टिलिटी एंड मेनोपॉज, यूएसए के साथ तकनीकी सहयोग स्थापित किया गया। डॉ. फाल्गुनी बावीशी ने यह सेंटर स्थापित करने से पहले डायमंड इंस्टीट्यूट में व्यापक प्रशिक्षण प्राप्त किया।

“बावीशी आईवीएफ फर्टिलिटी एंडोस्कोपी क्लिनिक” को इसकी सुपर-स्पेशियलिटी “इनफर्टिलिटी एंड एआरटी फैसिलिटी” के रूप में स्थापित किया गया था। यह क्लिनिक अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार स्थापित किया गया था।

डॉ मतन येमिनी, सह-निदेशक, डायमंड इंस्टीट्यूट, यूएसए और उनकी टीम ने आईवीएफ फैसिलिटी  शुरू करने के लिए नवंबर 1998 में 14 दिनों के लिए बावीशी आईवीएफ क्लिनिक का दौरा किया।

1990

डॉक्टर दंपति ने अहमदाबाद शहर में  एक मैटरनिटी होम की स्थापना की। उत्कृष्टता के लिए हमारी तलाश जारी रही, और केंद्र ने आधुनिक विकास के साथ स्वयं को बेहतर करना जारी रखा।

1987

प्रमोटरों ने अहमदाबाद के बाहरी इलाके में एक अन्य मैटरनिटी होम शुरू किया है।

1986

अहमदाबाद शहर के बाहरी इलाके में प्रमोटर डॉ. फाल्गुनी और डॉ. हिमांशु बावीशी द्वारा आठ बिस्तरों वाले बावीशी मैटरनिटी होम की स्थापना की गई थी। इस मैटरनिटी होम में सोनोग्राफी, लैप्रोस्कोपी आदि से संबंधित सभी आधुनिक उपकरण उपलब्ध हैं।

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